प्रत्‍यय

  • वे शब्‍द अथवा शब्‍दांश जो शब्‍द के अंत में लगकर नए शब्‍दों का निर्माण करते हैं अथवा शब्‍द में परिवर्तन ला देते हैं, प्रत्‍यय कहलाते है। जैसे :- पठ +नीय= पठनीय , दौड़+ ना= दौड़ना , सज +आवट =सजावट , होन+ हार= होनहार
  • नीय , ना , आवट , हार प्रत्‍यय है।
  • प्रत्‍यय के प्रकार
  • कृत प्रत्‍यय
प्रत्‍ययशब्‍द रूप
नागाना, ओढ़ना़
नीओढ़नी , सँघनी
औनाबिछौना
झूला , भूला
ई़रेती , फॉंसी
हारपालनहार , राखनहार
खाऊ , चालू , उड़ाऊ , झाडू
अकपालक , धावक , पाठक
वालापढ़नेवाला , लिखनेवाला , रखवाला
आकालड़ाका , धमाका , पटाखा
आड़ीअनरड़ी , अगाड़ी , खिलाड़ी
आवटसजावट , लिखावट
आवबचाव , खिंचाव
आईलड़ाई , चढ़ाई
वाबुलावा , चढ़ावा
आलूझगड़ालू , दयालु , कृपालु
आकतैराक , चालाक
इयाबढि़या , घटिया
ऐयागवैया , नचौया , खिवैया
बंधन , झाड़न
नीधौंकनी , कतरनी
आहटघबराहट , चिल्‍लाहट
  • तध्दित प्रत्‍यय
  • कृत प्रत्‍यय :- जो प्रत्‍यय क्रिया के अंत में लगते हैं । कृत प्रत्‍यय से युक्‍त शब्‍दों को कृदंत कहते हैं ।जैसे :- लिखना क्रिया के साथ ‘वाला’ प्रत्‍यय लगाने देने से नया शब्‍द बना – लिखनेवाला
  • तध्दित प्रत्‍यय :- जो प्रत्‍यय संज्ञा सर्वनाम अथवा विशेषण के अंत में लगकर उनसे नए शब्‍द बनाते है। इनके योग बने शब्‍दों को तध्दितांत अथवा तध्दित शब्‍द कहते है। जैसे – मानव+  ता=मानवता , अपना+पन =अपनापन
प्रत्‍ययशब्‍द रूप
पाबुढ़ापा , मुटापा
ताप्रभुता , लघुता
रंगत , संगत
पनबचपन , लड़कपन
गीजिंदगी , मर्दानगी
एराचचेरा , ममेरा ,फुफेरा
ईयाकलकतिया , जबलपुरिया
वॉंपॉंचवॉं , दसवॉं
लापहला
थाचौथा
रादूसरा , तीसरा
हरासुनहरा , इकहरा
सापीला-सा , नीला-सा
जाभॉंजा , भतीजा
आलससुराल , ननिहाल
इयालुटिया , खटिया
कोठरी , ढोलकी
टीलँगोटी , कछौटी
ड़ीपगड़ी , टुकड़ी
आरसुनार , लुहार
चीखजानची , मशालची
गरजादूगर , कारीगर
वालाटोपीवाला , गाड़ीवाला
हारालकड़हारा , पनिहारा
उआमछुआ , गेरूआ
सराफा , बुलावा
आईभलाई , बुराई
आहटचिकनाहट , कड़वाहट
वानगुणवान , धनवान
वंतदयावंत , कलावंत
एलाविषैला , कसैला
ईलारंगीला , सजीला
लुदयालु , कृपालु
ईयवांछनीय , अनुकरणीय
पंजाबी , बंगाली , गुजराती

उपसर्ग और प्रत्‍ययों का एक साथ प्रयोग

मूल शब्‍दउपसर्गप्रत्‍ययनया शब्‍द
कारउपअकउपकारक
कारबेबेकारी
चौनबेबेचैनी
दयनिर्तानिर्द्यता
मानअभिअभिमानी
लंबनिइतनिलंबित
उदारअनताअनुदारता
चलनबदबदचलनी
चिंतनि:तानिश्चिता
पूर्णपरितानिश्चिता
मानअपइतअपमानित
लभसुतासुलभता
  1. लठैत में प्रत्‍यय बताइए :- त
  2. गुलाबी में कौन सा प्रत्‍यय है :- ई
  3. लिखावट में प्रत्‍यय छाँटिए :- आवट
  4. सैनिक शब्‍द में कौन सा प्रत्‍यय है :- इक
  5. सर्प में कौन सा प्रत्‍यय है :- अ
  6. मधुरिमा शब्‍द में प्रत्‍यय बताइए :- इमा
  7. किस शब्‍द की रचना प्रत्‍यय से हुई है :- रचयिता
  8. निम्‍नलिखित पद ‘इक’ प्रत्‍यय लगने से बने हैं :- दैविक , भौमिक , सामाजिक
  9. ‘पितृ’ शब्‍द में ‘इक’  लगने पर क्‍या शब्‍द बनेगा :-पैतृक 
  10. किस शब्‍द में प्रत्‍यय का प्रयोग हुआ है:- धनिक
  11. कौन सा कृदंत-प्रत्‍यय से बना है:- बिकाऊ
  12. कौन या शब्‍द प्रत्‍यय युक्‍त है:- मलिन
  13. प्रत्‍यय संबंधी अशुध्दि को दृष्टिगत रखते हुए सही शब्‍द बताइए :- पूजनीय
  14. ‘निर्वासित’ शब्‍द में कौन सा प्रत्‍यय हैं:- इत
  15. कौन सा शब्‍द कृदेत है :- भिडंत
  16. ‘सुत’ शब्‍द को स्‍त्रीवाचक बनाने के लिए किस प्रत्‍यय का प्रयोग किया जाएगा :- ‘आ’ प्रत्‍यय
  17. ‘अनुज’ शब्‍द को स्‍त्रीवाचक बनाने के लिए आप किस प्रत्‍यय का प्रयोग करेंगे :- ‘आ’
  18. ‘लेखक’ शब्‍द के अंत में कौन सा प्रत्‍यय लगा हुआ है :- ‘अक्’ प्रत्‍यय
  19. जो धातु या शब्‍द के अंत में जोड़ा जाता है , उसे क्‍या कहते है :- प्रत्‍यय
  20. ‘लचकीला’ में प्रयुक्‍त प्रत्‍यय है :- ईला
  21. ‘बहाव’ शब्‍द में प्रयुक्‍त प्रत्‍यय कौन सा है:- आव
  22. किस शब्‍द में ‘आवा’ प्रत्‍यय नहीं है :- लावा
  23. किस शब्‍द में प्रत्‍यय लगा हुआ है :- जादूगर
  24. किस शब्‍द में प्रत्‍यय का प्रयोग हुआ है :- धनिक
  25. ‘कृदंत’ प्रत्‍यय किन शब्‍दों के साथ जुड़ते हैं :- क्रिया
  26. ‘धुंधला’ शब्‍द में प्रयुक्‍त प्रत्‍यय है :- ला
  27. ‘सावधानी’ शब्‍द में प्रयुक्‍त प्रत्‍यय है :- ई
  28. ‘कनिष्‍ठ’ शब्‍द में प्रयुक्‍त प्रत्‍यय है :- इष्‍ठ
  29. ‘ऊँचाई’ शब्‍द में कौन सा प्रत्‍यय है :- आई
  30. ‘समग्रात्‍मकता’ में मूल शब्‍द क्‍या है :- समग्र
  31. ‘ता’ प्रत्‍यय किसमें है :- लँगड़ाता
  32. किसमें ‘आई’ प्रत्‍यय है :- कढाई
  33. ‘उत्‍सुकता’ शब्‍द में प्रत्‍यय है :- ता
  34. ‘शिक्षा’ में ‘इक’ प्रत्‍यय लगने पर शब्‍द बनेगा :- शैक्षिक
  35. प्रगति में कौन सा प्रत्‍यय लगेगा :- शील
  36. ‘सुत’ शब्‍द को स्‍त्रीवाचक बनाने के लिए किस प्रत्‍यय का प्रयोग होगा :- आ
  37. ‘इच्‍छा’ शब्‍द में ‘इक’ प्रत्‍यय जोउ़ने से बनने वाला नया शब्‍द है :- ऐच्छिक
  38. ‘बौध्दिक’ शब्‍द से मूल शब्‍द है :- बुध्दि
  39. ‘अंत’ और ‘विदेश’ शब्‍दों में क्रमश: प्रत्‍यय का शुध्‍द विकल्‍प है :- कोई प्रत्‍यय नहीं लगा है
  40. प्रत्‍यय युक्‍त शब्‍द है :- प्राप्‍तव्‍य
  41. ‘विचार’ शब्‍द में इक प्रत्‍यय लगने पर ही शब्‍द बनेगा, वह है :- वैचारिक
  42. ‘राष्‍ट्रीय’ शब्‍द में कौन सा प्रत्‍यय है :- ईय
  43. मानव में प्रत्‍यय है :- अ
  44. किन शब्‍दों में इत प्रत्‍यय है :- पुष्पित , पल्‍लवित
  45. ‘मरियल’ शब्‍द में कौन सा प्रत्‍यय है :- रियल
  46. इनमें कौन सा ‘इक’ प्रत्‍यय का उदाहरण है :- कौंटुबिक
  47. किस समूह के सभी शब्‍दों में प्रत्‍यय है :- दयालु , डिबिया , अज्ञानी
  48. कौन सा प्रत्‍यय लगाने से ‘मधुर’ विशेषण भाववाचक संज्ञा में परिवर्तित हो जाएगा :- ता
  49. ‘औधोगिक’ शब्‍द का मूल शब्‍द है :- उधोग
  50. किस शब्‍द में ‘इक’ प्रत्‍यय का प्रयोग नहीं हो सकता :- कला 
  51. वे शब्‍द जो धातु या शब्‍द के अंत में जोड़ जाते है , उन्‍हें क्‍या कहते हैं :- प्रत्‍यय
  52. किस शब्‍द में ‘ल’ प्रत्‍यय रूप में नहीं आया है :- विमल
  53. कौन सा शब्‍द ‘ईन’ प्रत्‍यय के योग से नहीं बना है :- मनोहारिन
  54. ‘प्रशिक्षित’ शब्‍द में उपसर्ग और प्रत्‍यय है :- प्र,इत
  55. किस शब्‍द में ‘इक’ प्रत्‍यय का प्रयोग नहीं किया जा सकता :- ज्ञान
  56. ‘इत’ प्रत्‍यय से बनने वाला शब्‍द है :- दण्डित
  57. किस शब्‍द में प्रत्‍यय का प्रयोग नहीं हुआ है :- बसंत
  58. किस शब्‍द में उपसर्ग और प्रत्‍यय दोनों का प्रयोग हुआ है :- असफलता
  59. जो शब्‍द किसी शब्‍द के पीछे लगाकर एक नया शब्‍द बनाते है उसे कहते है :- प्रत्‍यय

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