Skip to content
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं। विशेषण जिसकी विशेषता बताता है उसे विशेष्य कहते हैं। विशेषणों की विशेषता बताने वाले शब्द प्रविशेषण कहलाते है।
विजय बहुत तेज दौड़ता है। विशेषण (तेज) , बहुत (प्रतिशेषण), विजय (विशेष्य)
विशेषण के चार भाग है:-
गुणवाचक विशेषण
जिन शब्दों दवारा संज्ञा के गुण अथवा दोष का बोध होता है। गुणवाचक के प्रमुख रूप है।
भाव :- शूरवार , कायर , बलवान , दयालु , निर्दयी , अच्छा , बुरा
काल :- अगला , पिछला , नया , पुराना
स्थान :- ग्रामीण , शहरी , मैदानी , पहाड़ी , पंजाबी , बिहारी
आकार :- टेढ़ा-मेढ़ा , सुन्दर , भद्दा , लम्बा , ऊँचा , नीचा , ठिगना , चौड़ा
समय :- प्रात:कालीन , सायंकालीन , मासिक , त्रैमासिक , साप्ताहिक , दैनिक
दशा :- स्वस्थ , अस्वस्थ , रोगी , निरोग , दुबला , कमजोर , बलिष्ठ
रंग :- लाल , पीला , नीला , काला , सफेद , बैंगनी , नारंगी
परिणामवाचक विशेषण
जिन विशेषण शब्दों दवारा संज्ञा की मात्रा (नाप-तौल) का बोध होता है। दो प्रकार के होते है:-
निश्चित परिणामवाचक
जिन विशेषण शब्दों से संज्ञा की निश्चित मात्रा का बोध होता है। जैसे – एक लीटर दुध , दा मीटर कपड़ा , एक किलो आलू
अनिश्चित परिणामवाचक
जिन विशेषण शब्दों से संज्ञा की अनिश्चित मात्रा का बोध होता है। जैसे – थोड़ा दुध , कुछ शहद , बहुत पानी , अधिक पैसा
संख्यावाचक विशेषण
जिन विशेषण शब्दों से संज्ञा की संख्या का बोध होता है। जैसे – एक मेज , चार कुर्सियॉं , दस पुस्तके , कुछ रूपये । तीन प्रकार के संख्यावाचक :-
निश्चित संख्यावाचक
जिन विशेषण शब्दों से निश्चित संख्या का बोध होता है। जैसे- एक , दो , तीन , चार , पहलस , दूसरा , तीसरा , इकहरा , दोहरा , दोनो , तीनो , चारों , पॉंचो
अनिश्चित संख्यावाचक
जिन विशेषण शब्दों से अनिश्चित संख्या का बोध होता है।जैसे – थोड़े आदमी , कुछ रूपए
विभागबोधक संख्यावाचक
जिन विशेषण शब्दों से विभाग या प्रत्येक का बोध होता है। जैसे – प्रत्येक व्यक्ति , पॉंच पॉंच हाथी , दस दस घोड़े
सार्वनामिक विशेषण
जो सर्वनाम शब्द संज्ञा के लिए विशेषण का काम करते हैं। यह , वह , जो , कौन , क्या , कोई , ऐसा , ऐसी , वैसा ,वैसी
ऐसे सर्वनाम हैं जो संज्ञा शब्दों के पहले प्रयुक्त होकर विशेषण का कार्य करते हैं।