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- वार्ता :- लघु व्याख्यान
- वार्तालाप :- बातचीत
- भ्रम :- भूल
- संदेह :- शक
- लज्जा :- सामाजिक भय , मन में उत्पन्न होने वाली संकोच-झिझक
- ग्लानि :- अपने किसी कार्य पर उत्पन्न खेद
- ज्येष्ठ :- अवस्था में बड़ा
- वरिष्ठ :- श्रेष्ठ , स्तर की दृष्टि में बड़ा
- आस्तिक :- ईश्वर को मानने वाले
- आगामी :- आनेवाला
- भावी :- होने वाला
- श्रृध्दालु :- गुणों के कारण किसी व्यक्ति के प्रति पुज्य भाव रखने वाला
- उल्लास :- उमंग एवं खुशी का भाव
- आशंका :- वह मानसिक स्थिति जब किसी अमंगल की घटना होने की बात मन में हो
- अज्ञेय :- जिसके बारे में प्रयास करने पर भी न जाना जा सके
- समालोचना :- गुण और दोष का वर्णन
- आराधना :- मन की इच्छा पूरी करने के लिए किसी देवी देवता की सेवा पूजा
- अध्दितीय :- जिसकी बराबरी का दूसरा न हो
- अहंकार :- स्वंय को ही सब कुछ समझने की भावना
- आविष्कार :- ऐसी चीज का निर्माण , जो पहले से विधमान न हो
- अप्रसन्नता :- इच्छा के विरूध्द कार्य होने पर उत्पन्न मनोभाव
- शोक :- प्रिय के चिरवियोग से उत्पन्न मनोभाव
- मुर्ख :- उपदेश देने पर भी जिसे ज्ञान प्राप्त न हो
- अज्ञात :-जिसके बारे में कोई जानकारी न हो
- आवश्यकता :- ऐसी वस्तु की चाह , जो किसी प्रकार प्राप्त की जा सके
- अनुशीलन :- किसी वस्तु को पढ़ने के बाद उसके बारे में मनन-चिंतन करना
- आधि :- मस्तिष्क सम्बन्धी बेचैनी
- करूणा :- किसी के दु:ख को दूर करने का प्रयत्न
- निर्देश :- मार्ग-दर्शन करना
- अनुपम :- किसी अन्य से जिसकी उपमा न दी जा सके
- आतंक :- बलवान के अन्याय से उत्पन्न भय
- अनुमान :- बौध्दिक तर्क दवारा किया गया निश्चय
- समर्थन :- किसी कथन पर सहमत होना
- आसक्ति :- सांसरिक वस्तुओं के प्रति आकर्षण
- शस्त्र :- वह हथियार जिसका प्रयोग हाथ में लेकर किया जाता है
- अनुरोध :- नम्रतापूर्वक याचना
- असाधारण :- जो साधारण नहीं है