- जो केवल एक ऑंख वाला हो :- एकाक्ष
- जिसके ऊपर किसी का उपकार हो :- उपकृत
- जो किसी का उपकार माने/ न माने :- कृतज्ञ / कृतध्न
- जो समान न हो :- असम
- आरम्भ से अंत तक :- आघ्घोपांत
- अनुकरण किए जाने योग्य :- अनुकरणीय
- इन्द्रियों दवारा जिसके विषय में न जाना जा सके :- अगोचर
- गरीबों हेतु नि:शुल्क भोजन :- सद्रावत
- अंक(गोद )में सोने वाला :- अंकशायी
- अंक (गोद) में स्थान पाया हुआ:- अंकस्थ
- किसी कथा के अंतर्गत आने वाली कोई दूसरी कथा :- अत: कथा
- राजभवन के अंदर महिलाओं का निवास :- अंत:पुर
- मन में आप से आप उत्पन्न होने वाली प्रेरणा:- अंत:प्रेरणा
- धरती और आकाश के बीच का स्थान :- अंतरिक्ष
- जो किसी वस्तु के अंदर दृढ़तापूर्वक वर्तमान या स्थित है:- अंतर्निविष्ट
- गुरू के साथ या समीप रहने वाला छात्र :- अंतेवासी
- जो अंतिम (शुद्र) वर्ण में जन्मा हो :- अंत्यज
- किसी पद के अंतिम अक्षर से नया पद आरंभ करने का खेल :- अंत्याक्ष्री
- जिसके पास कुछ भी न हो:- अकिंचन
- जिसके अंदर या पास न पहॅुचा जा सके :- अगम्य
- जिसकी गहराई या थाह का पता न लग सके :- अगाध
- जो गाये जाने योग्य न हो :- अगेय
- जिसका ज्ञान इन्द्रियों दवारा न हो :- अगोचर
- जिसकी गिनती न की जा सके :- अग्रण्य
- वह जो करने या होने वाली बात को पहले से ही सोचे :- अग्रशोची
- जिसका कोई शत्रु पैदा ही न हुआ हो :- अजातशत्रु
- जिसे जिता न जा सके :- अजेय
- जो कुछ न जानता हो :- अज्ञ
- जिसके आने की तिथि (ज्ञात) न हो :- अतिथि
- जिसका अनुभव इन्द्रियो दवारा न हो सकता हो :- अतीन्द्रिय
- जो दिये जाने योग्य न हो :- अदेय
- पर्वत के ऊपर की समतल भूमि :- अधिपत्यका
- जिस पर आक्रमण न किया गया हो :- अनाक्रांत
- कनिष्ठा और मध्यमा के बीच की ऊँगली :- अनामिका
- जिसे बुलाया न गया हो :- अनाहूत
- जो वचन या वाणी दवारा कहा न जा सकता हो:- अनिर्वचनीय
- जिसका निवारण न हो सकता हो :- अनिवार्य
- जिसका जन्म पीछे हुआ हो :- अनुज
- जो किसी वस्तु या व्यक्ति के प्रति आसक्त हो :- अनुरक्त
- जिसका मन किसी दूसरी ओर लगाा हो :- अन्यमनस्क
- आवश्यकता से अधिक धन का ग्रहण न करना :- अपरिग्रह
- जिसका परिहार / त्याग न हो सके :- अपरिहार्य
- जो पहले न हो रहा हो या न हुआ हो :- अपूर्व
- जिस पर अभियोग लगाये :- अभियोगी
- जो व्यवहार में न लाया गया हो :- अव्यवहत
- जो शोक करने योग्य न हो :- अशोच्य
- जो (स्त्री) सूर्य भी नहीं देख पाती :- असूर्यपश्या
- अहंकारपूर्वक अपने को सबसे बढ़कर समझना :- अहंमन्यता
- जिसमें किसी का कोई हेतु या कारण न हो :- अहैतुक
- हाथी हांकने का छोटा भाला :- अंकुश
- जो कहा ना जा सके :- अकथनीय
- जिसे क्षमा न किया जा सके :- अक्षम्य
- जिसके समान कोई न हो :- अदिवतीय
- जिसका कोई दूसरा उपाय न हो :- अनन्योपाय
- वह भाई जो अन्य माता से उत्पन्न हुआ हो :- अन्योदर
- परम्परा से चली आई प्रथा :- अनुश्रुति
- न जोता गया खेत :- अप्रहत
- जो बिन मांगे मिल जाए :- अयाचित
- विधायिका दवारा स्वीकृत नियम :- अधिनियम
- वह जिसका पति परदेश से लौटा हो :- आगत पतिका
- अतिथि की सेवा करने वाला :- आतिथेयी
- दूसरों के (सुख के) लिए अपने सुखों का त्याग :- आत्मोत्सर्ग
- यह सिध्दान्त कि मनुष्य को सदा किन्हीं आदर्शो का पालन करते रहना चाहिए :- आदर्शवाद
- आदि से लेकर अंत तक :- आधोपान्त
- आत्मा और ईश्वर से संबंध रखने वाला :- आध्यात्मिक
- आशा से बहुत अधिक :- आशातीत
- जिसने हमला किया हो :- आकान्ता
- जिस पर हमला किया गया हो :- आक्रान्त
- शीघ्र प्रसन्न होने वाला :- आशुतोष
- ईश्वर में विश्वास करने वाला :- आस्तिक
- विदेश से देश में माल मंगाना :- आयात
- प्राय: वर्षा ऋतु में आकाश में दिखायी देने वाले सात रंगो वाले धनुष :- इन्द्रधनुष
- किसी चीज या बात की इच्छा रखने वाला :- इच्छुक
- माता पिता का अकेला लड़का :- इकलौता
- जो इन्द्र पर विजय प्राप्त कर चुका हो :- इन्द्रजीत
- उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा :- ईशान
- जिससे बढ़कर ऊॅंचा कोई न हो :- उच्चतम
- नीचे की ओर आना या जाना :- उतरना
- सूर्य जिस पर्वत के पीछे निकलता है:- उदयाचल
- पर्वत के पास की भूमि :- उपत्यका
- सूर्योदय से पहले का समय :- उषाकाल
- जिसके ऊपर किसी का उपकार हो :- उत्कृत
- ऐसी जमीन जो अच्छी उत्पादक हो :- उर्वरा
- पिता के मृत्यु के बाद संपत्ति का अधिकारी :- उत्तराधिकारी
- जिस भूमि में कुछ भी न पैदा होता हो :- ऊसर
- किसी वस्तु के क्रय- विक्रय का अकेला अधिकार :- एकाधिकार
- जो अपनी इच्छा पर निर्भर हो :- ऐच्छिक
- कई स्थान से मिलाकर इकट्ठा किया हुआ :- एकीकृत
- सांसरिक वस्तुओं को प्राप्त करने की इच्छा :- एषणा
- अपनी विवाहित पत्नी से उत्पन्न पुत्र :- औरस
- सारे शरीर की हडिृडयों का ढाँचा :- कंकाल
- कान का नीचे लटकता हुआ भाग :- कर्णपाली
- कार्य करने वाला व्यक्ति :- कार्यकर्त्ता
- जिसकी लउ़की का विवाह न हुआ हो :- कुमारी
- जिसकी उत्पत्ति स्वभावगत न हो :- कृत्रिम
- बाल्यावस्था और युवावस्था के बीच की अवस्था :- किशोरावस्था
- किये गये उपकार को मानने वाला :- कृतज्ञ
- किये गऐ उपकार को न मानने वाला :- कृतघ्न
- कर्म में तत्पर रहने वाला :- कर्मठ
- हड्डियों का ढॉंचा :- कंकाल
- जिसकी कल्पना न की जा सके :- कल्पनातीत
- क्षण भर में न्ष्ट होने (टूट-फूट जाने) वाला :- क्षणभंगुर
- जो खाने योग्य हो :- खाघ
- जो कठिनता से और देर में पचे :- गरिष्ठ
- जिसका ज्ञान इन्द्रियों दवारा हो सके :- गोचर
- गायों के खुरों से उड़ी हुई धूल :- गोधूलि
- जो बात गूढ़ हो :- गूढ़ोत्ति
- जिसके हाथ में चक्र हो :- चक्रपाणि
- चार भुजाओं वाला :- चतुर्भुज
- जिसके सिर पर चन्द्रमा हो :- चंद्रशेखर
- चिरकाल तक जीवित रहने वाला :- चिंरजीवि
- किसी को चेताने के लिए कही जाने वाली बात :- चेतावनी
- लम्बे समय तक जीने वाला :- चिरंजीवि
- अकस्मात कहीं भी आकर छापा मारने वाला :- छापामार
- दूसरों के केवल दोषों को खोजने वाला :- छिद्रान्वेषी
- जल लेने के बदले में दिया जाने वाले टैक्स :- जलकर
- वह यान जो जल में चलता है:- जलयान
- इन्द्रियों को वश में करने वाला :- जितेन्द्रिय
- जो जीतने योग्य हो :- जेय
- जिसको जीता न जा सके :- अजेय
- लगातार घंटा बजने से होने वाला टन-टन शब्द :- टनाटन
- घर-घर जाकर लोगों की डाक पहुँचाने वाला कर्मचारी :- डाकिया
- कोई काम या पद छोड़ देने के लिए लिखा गया पत्र:- त्यागपत्र
- जिसमें बाण रखे जाते हो :- तरकश
- ऋषियों के तप करने की भूमि :- तपोभूमि
- तैर कर पार जाने की इच्छा :- तितीर्षा
- जिसकी तीन आंखे हो :- त्रिनेत्र
- गोद लिया गया पुत्र :- दत्तक
- जिसके दस मुख (आनन) हो :- दशानन
- दु:ख देने वाला :- दु:खद
- जो कठिनाई से मिलता है:- दुर्लभ
- दिन का या प्रतिदिन होने वाला :- दैनिक
- जो शीघ्रता से चलता हो :- द्रुतगामनी
- जिसे कठिनाई से जाना जा सके :- दुर्जेय
- देव के दवारा किया हुआ :- दैविक
- अनुचित बात के लिए आग्रह :- दुराग्रह
- दो बार जन्म लेने वाला :- विज
- जिसमें खराब आदतें हो :- दुर्व्यसनी
- धार्मिक सिध्दान्तों के अनुसार आचरण करने वाला :- धर्मात्मा
- जिसकी धर्म में निष्ठा हो :- धर्मनिष्ठा
- अपने स्थान पे अटल रहने वाला :- ध्रुव
- ध्यान करने योग्य लक्ष्य :- ध्येय
- जो धनुष को धारण करता हो :- धनुर्धर
- हाल ही मे उत्पन्न हुआ (बालक):- नवजात
- लड़की या लड़का :- नाती
- जिसमें शब्द न हो रहा हो :- नि:शब्द
- निशा रात्रि में विचरण करने वाला :- निशाचर
- जिसकी सहायता करने वाला कोई न हो :- निस्सहाय
- उच्च न्यायालय का न्यायधीश :- न्यायमूर्ति
- जो नया नया आया हो :- नवागंतुक
- जिसके ऊपर कोई दाग न हो :- निष्कलंक
- बिना किसी बाधा के :- निर्बाध
- जो ममता से रहित हो :- निर्मम
- जिसको देश से निकाल दिया गया हो :- निर्वासित
- बिना भोजन किये हुए :- निराहार
- जिससे किसी प्रकार की हानि न हो :- निरापद
- जिस स्त्री का विवाह अभी हुआ हो :- नवोढ़ा
- ईश्वर में विश्वास न रखने वाला :- नास्तिक
- जो मांस न खाता हो :- निरामिष
- पुलिस थाने का प्रधान अधिकारी :-थानेदार
- जिसका या जिसके साथ परिचय हो चुका हो :- परिचित
- दूसरो का उपकार करने वाला :- परोपकारी
- जो अपने पैरों से चल रहा हो :- पैंदल
- घृत , दुग्ध , दही , शहद व शक्कर से बनने वाला पदार्थ :- पंचामृत
- पदार्थ का सबसे छोटा कण :- परमाणु
- वह ध्वनि जो कहीं से टकराकर आये :- प्रतिध्वनि
- प्रमाण दवारा सिध्द करने योग्य :- प्रमेय
- मार्ग में खाने के लिए भोजन :- पाथेय
- जिसका संबंध पृथ्वी से हो :- पार्थिव
- दूसरों पर निर्भर रहने वाला :- पराश्रयी
- जो पहनने लायक हो :- परिधेय
- ज्ञात इतिहास के पूर्व का समय :- प्रागैतिहासिक
- दोपहर से पहले का समय :- पूर्वाहन
- किसी स्थल से परिवर्तित होकर आई हुई ध्वनि :- प्रतिध्वनि
- बहुत विषयों का जानकार :- बहुज्ञ
- समुद्र में लगने वाली आग :- बड़वानल
- अनेक भाषाओं का ज्ञान :- बहुभाषाविद्
- धरती पर चलने वाला जन्तु :- भूचर
- जो भाग्य का धनी हो :- भायवान
- भय के कारण बेचैन :- व्याकुल
- भाग्य पर भरोसा करने वाला :- भाग्यवान
- प्रात:काल गाया जाने वाला राग :- भैरवी
- जो असत्य बोलता हो :- मिथ्यावादी
- जिस स्त्री की आंखे मछली के समान हो :- मिनाक्षी
- कम खाने वाला :- मिताहारी
- सुख और दुख में एक समान रहने वाला :- मनस्वी
- फलों का रस :- मकरंद
- दोपहर का समय :- मध्यांह
- युध्द की इच्छा रखने वाला :- युयुप्सु
- युध्द में स्थिर रहने वाला :- युधिष्ठिर
- अपने युग का ज्ञान रखने वाला :- युगदृष्टा
- रंगमंच का पर्दा :- यवनिका
- जो ऑंखो के सामने स्पष्ट हो :- प्रत्यक्ष
- किसी देश के मंत्रियों में सबसे बड़ा :- प्रधानमंत्री
- वह ऊँचा उठा हुआ स्थान जहॉं पर पात्र अभिनय करते हैं:- रंगमंच
- राज्य दवारा आधिकारिक रूप से प्रकाशित होने वाला पत्र :- राजपत्र
- वह धन जो आधिरिक रूप से राज्य को मिलता हो :- राजस्व
- रोष से भरा हुआ:- रूष्ट
- कुछ लाभ पाने की चाह :- लिप्सा
- आय-व्यय लेन-देन का लेखा करने वाला :- लेखाकार/ लेखपाल
- इस लोक संसार से संबंध रखने वाला :- लौकिक
- वस्तुओं की बिक्री करने वाला :- विक्रेता
- वह स्त्री जिसका पति मर गया हो :- विधवा
- कानून का रूप देने के लिए प्रस्तुत किया गया प्रस्ताव या मर्सादा :- विधेयक
- किसी प्रदार्थ या राज्य का दूसरे पदार्थ या राज्य में मिल जाना :- विलय
- वंश परम्परा के अनुसार :- वंशानुगत
- वह स्त्री जो पढ़ी लिखी व ज्ञानी हो :- विदुषी
- जिसके विषय में निश्चित मत न हो :- विवादास्पद
- किसी विषय का विशेष ध्यान रखना :- विशेषज्ञ
- विनाश करने वाला :- विध्वंसक
- जिस पर अभी विचार चल रहा हो :- विचाराधीन
- जिसके अन्दर कोई विकार आ गया हो :- विकृत
- सामाजिक मान मर्यादा के विपरीत कार्य करने वाला :- वामाचारी
- जिसके हाथ में वज्र हो :- वज्रपाणि
- जिसका वर्णन न किया जा सके :- वर्णनातीत
- वह जो केवल अन्न ,फल , शाक , सब्जी , खाता हो :- शाकाहारी
- वह जो शक्ति या देवी की उपासना करता है :- शक्ति
- जिस शब्द के दो अर्थ हो :- शिलष्ट
- जो सौ बातें एक साथ याद रख सकता है:- शतावधानी
- दो धाराओं या नदियों के मिलन का स्थान :- संगत
- किसी सत्ता के विरूध्द अपना सत्य मनवाने के लिए किया गया आन्दोलनात्मक आग्रह :- सत्याग्रह
- समूह से संबंधित या समूह दवारा होने वाला :- सामूहिक
- जो अवधानपूर्वक कोई काम करता हो :- सावधान
- सौर जगत का सबसे बड़ा ग्रह, जिसकी अन्य ग्रह परिक्रमा करते हैं :- सूर्य
- पसीने से उत्पन्न जीव :- स्वेदज
- जिसकी ग्रीवा सुन्दर हो :- सुग्रीव
- जो पढ़ने लिखना जानता हो :- साक्षर
- सबको प्रिय लगने वाला :- सर्वप्रिय
- जो सब कुछ जानता हो :- सर्वज्ञ
- साहित्यिक गुण दोषों की विवेचना करने वाला :- समालोचक
- जो दूसरों की बातें सहन कर सकता हो :- सहिष्म
- जिसका चरित्र अच्छा हो :- सच्चरित्र
- जो सब जगह विधमान हो :- सर्वव्यापी
- जो सोया हुआ हो :- सुषुक्त
- दूसरो को जान से मार डालने वाला :- हत्यारा
- हवा उड़ने, रहने या होने वाला :- हवाई
- भला या हित चाहने वाला :- हितैषी